जनपद प्रदर्शनी के तत्वावधान में प्रदर्शनी पंडाल में कैरियर गाइडेंस सेमिनार का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम चौधरी चरण सिंह पीजी कॉलेज, हैंवरा के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ) शैलेंद्र कुमार शर्मा के संयोजन में संपन्न हुआ। सेमिनार में सैकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया और अपने करियर को लेकर नई दिशाएं प्राप्त कीं।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसे मुख्य अतिथि, इटावा जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने विद्यार्थियों को करियर और व्यक्तित्व विकास के महत्व को समझाया। पौराणिक कथाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने बच्चों को कठिन परिश्रम और अनुशासन का महत्व बताया।
कानपुर से आए करियर काउंसलर सुशील मिश्रा ने विद्यार्थियों को सही व्यवसाय चुनने के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत समझाए। उन्होंने मेहनत और समर्पण के महत्व को रेखांकित करते हुए सफलता के लिए आवश्यक रणनीतियों पर प्रकाश डाला।
संयोजक प्रोफेसर डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा ने नई तकनीकों और करियर के उभरते क्षेत्रों की चर्चा की। उन्होंने बताया कि आने वाले वर्षों में रोबोटिक्स, डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में करियर की संभावनाएं प्रबल होंगी। उन्होंने विद्यार्थियों से इन क्षेत्रों में अपनी रुचि और कौशल को विकसित करने का आग्रह किया।
जीव विज्ञान के प्रवक्ता आनंद मित्तल ने जीव विज्ञान से जुड़े करियर की संभावनाओं पर चर्चा की और छात्रों को विभिन्न विकल्पों की जानकारी दी। नारायण कॉलेज ऑफ साइंस एंड आर्ट्स के प्रधानाचार्य डॉक्टर धर्मेंद्र शर्मा ने करियर चयन के उपयोगी सुझाव दिए, जो विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक रहे।
आईटीआई के प्रशांत कमल ने तकनीकी शिक्षा में करियर बनाने के लिए उपयोगी टिप्स साझा किए। प्रयागराज से आई काउंसलर ज्योति सिंह ने कविता के माध्यम से आधुनिक करियर के महत्व और पुस्तकों की उपयोगिता पर जोर दिया। काउंसलर दीपक कुमार ने सरकारी जागरूकता कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम में क्षेत्र के प्रमुख शिक्षाविद, जैसे सत्येंद्र वर्मा, ओंकार नाथ वर्मा, शिवकुमार यादव, और डॉ. केके यादव, उपस्थित रहे। इन सभी ने बच्चों को करियर के विविध आयामों को समझने और उन्हें अपनाने की सलाह दी। कार्यक्रम में हजारों विद्यार्थियों और शिक्षकों ने भाग लिया और इसे बेहद सफल बनाया।
कार्यक्रम का संचालन केके इंटर कॉलेज के प्रवक्ता योगेश वर्मा ने कुशलता से किया। अंत में, प्रोफेसर डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा ने सभी अतिथियों, शिक्षकों, और प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।