बकेवर। इस समय देशभर में सर्दी का प्रकोप तेज हो गया है, जिसके कारण बच्चों और बुजुर्गों में बिमारियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। मंगलवार को बकेवर स्थित 50 शैया अस्पताल में बच्चों और उम्रदराज मरीजों की संख्या काफी अधिक देखी गई, जहां इन दोनों वर्गों के मरीजों को विशेष उपचार दिया गया।
अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि इस समय विशेष रूप से सांस के रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है, खासकर बुजुर्गों में। सर्दी की वजह से खांसी, जुकाम, बुखार और सांस संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। मंगलवार को अस्पताल में कुल 200 मरीजों ने उपचार के लिए पंजीकरण कराया, जिनमें अधिकतर बच्चे और बुजुर्ग मरीज थे।
अस्पताल की ओपीडी में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहम्मद तैयब और इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. रविंद्र साहू ने मरीजों का इलाज किया। बच्चों में सर्दी-जुकाम के साथ-साथ कोल्ड डायरिया की समस्या भी सामने आ रही है। डॉ. तैयब ने बताया कि विशेष रूप से दुधमुंहे बच्चों को गाय का दूध न पिलाने की सलाह दी है, क्योंकि गाय के दूध से एलर्जी होने की संभावना रहती है, जिससे उल्टी और दस्त की समस्या हो सकती है।
ओपीडी में इलाज के दौरान छोटे बच्चों से लेकर 10-12 साल तक के बच्चे भी बड़ी संख्या में इलाज के लिए आए थे। इस दौरान सीएमएस और अस्पताल के चार अन्य चिकित्सक भी मौजूद रहे, जिन्होंने मरीजों का इलाज किया और उन्हें आवश्यक दवाइयां दी। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी के इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखना जरूरी है और उन्हें गर्म रखने के साथ-साथ सर्दी से बचाव के उपायों को अपनाना चाहिए। डॉक्टरों ने सभी से आग्रह किया है कि वे समय-समय पर बच्चों और बुजुर्गों की जांच करवाएं और सर्दी-खांसी के शुरुआती लक्षणों पर ध्यान दें।