इटावा। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत मंगलवार को विकास भवन के प्रेरणा सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में 400 से अधिक युवाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन सदर विधायक सरिता भदौरिया ने किया। इस अवसर पर लखनऊ से आई टीम ने युवाओं को उद्यमिता, ऋण सुविधाओं और परियोजना लागत पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया।
कार्यशाला के दौरान लखनऊ की टीम ने युवाओं को बताया कि ऋण कंपोजिट लोन के रूप में उपलब्ध होगा, जिसमें परियोजना लागत का 10 प्रतिशत टर्म लोन के रूप में अनिवार्य होगा। इस ऋण में भूमि का क्रय सम्मिलित नहीं होगा। इसके अलावा, सामान्य वर्ग के लिए 15 प्रतिशत, अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 12.5 प्रतिशत और अनुसूचित जाति/जनजाति व दिव्यांगजन के लिए 10 प्रतिशत स्वयं का अंशदान जमा कराना अनिवार्य होगा।
टीम की ओर से यह भी बताया गया कि परियोजना लागत का 5 लाख रुपये तक का 10 प्रतिशत मार्जिन मनी (सब्सिडी के रूप में) देनी होगी। इसके अलावा, व्याज उपादान त्रैमासिक आधार पर देय होगा। इस कार्यशाला में युवाओं को बैंकों से ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया और अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यशाला के दौरान उपायुक्त सुधीर कुमार ने सभी बैंकों के जिला समन्वयकों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि प्रदेश सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना का सही तरीके से क्रियान्वयन किया जाए। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम युवा उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
सभी उपस्थित युवाओं ने इस कार्यशाला को लेकर काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और इस योजना के तहत उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन की ओर से किए गए प्रयासों की सराहना की। इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी मिली, जिससे वे अपने उद्यमिता विचारों को साकार करने में सक्षम होंगे।