भारतेंदु नाट्य अकादमी लखनऊ की ओर से संस्कार भारती के संयोजन में नारायण कालेज आफ साइंस एंड आर्ट में आयोजित 10 दिवसीय प्रस्तुतिपरक नाट्य कार्यशाला के पांचवें प्रशिक्षण दिवस में प्रशिक्षु छात्रों को अभिनय की जानकारी दी। इसमें विशेष रूप से श्वांस का आरोह-अवरोह, उसके नियंत्रण और चेहरे के भाव मुद्राओं, डायलाग डिलेवरी की जरूरत और बारीकियों को बताया गया। कार्यशाला निर्देशक रंग प्रशिक्षक आरिफ शहडोली एवं सहायक कार्यशाला निर्देशक रंग प्रशिक्षक रवीन्द्र सिंह चौहान ने प्रतिभागियों को अभिनय
में दक्षता के लिए नाटक की स्क्रिप्ट पढ़ाकर उनके चरित्रों को निभाने के तरीकों के बारे में जानकारी दी। प्रधानाचार्य डा. धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि कार्यशाला में रंगकर्मी अभिनय में अपनी-अपनी भूमिका को जीवंत करने की कोशिश कर रहे हैं। संस्कृति के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास, अभिनय के क्षेत्र में करियर बनाने वाले युवाओं के मार्गदर्शन के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यशाला में प्रशिक्षु अभिनय की विभिन्न बारीकियां को सूक्ष्मता के साथ सीख रहे हैं। निशानेबाज व कोच राहुल तोमर ने उत्साहवर्धन किया ।