इटावा जिला सहकारी बैंक लिमिटेड, इटावा में 24.18 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है, जिससे बैंक के ग्राहकों में हड़कंप मच गया है। इस मामले में बैंक के उप महाप्रबंधक उमेश कुमार ने जनपद इटावा के कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। उप महाप्रबंधक द्वारा की गई जांच में बैंक के 10 कर्मचारी आरोपी पाए गए हैं।
जांच के अनुसार, इटावा जिला सहकारी बैंक लिमिटेड के 10 कर्मचारियों पर वित्तीय अनियमितताओं और गबन का आरोप सिद्ध हुआ है। आरोपियों में वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अखिलेश चतुर्वेदी, वरिष्ठ प्रबंधक मुख्यालय राजीव मिश्रा, वरिष्ठ शाखा प्रबंधक मुख्य शाखा सुनीता, कनिष्ठ शाखा प्रबंधक अतुल प्रताप सिंह, कैशियर नफीसुल जैदी, कैशियर मुख्यालय उपेन्द्र कुमार, रिंकी, शुभांगी शुक्ला, अमित कुमार और रिंकी शामिल हैं।
इन आरोपियों के विरुद्ध कोतवाली थाना, जनपद इटावा में धारा 420, 467, 468, 471 और 409 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है। इटावा जिला सहकारी बैंक की शाखा कचहरी रोड, नौरंगाबाद पुलिस चौकी के पास स्थित है।
घोटाले की खबर से बैंक के ग्राहकों में भय और आक्रोश व्याप्त है, और वे अपने धन की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। इस घटना ने बैंकिंग प्रणाली में सुरक्षा और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।