इटावा| दिनांक 19 जुलाई दिन शुक्रवार को कर्तव्य एवं जन अधिकार आंदोलन संगठन के सहसंयोजक दीपक राज के नेतृत्व में माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को द्वारा जिलाधिकारी एक जनशिकायत पत्र जिलाधिकारी जी को सोंपा।
शिकायत पत्र में स्पष्ट लिखा गया है कि अधिशाषी अधिकारी,नगर पालिका परिषद इटावा द्वारा अपने पद का दुर्पयोग करते हुए पीड़ितों द्वारा की गई शिकायत की उच्च अधिकारियों एवं शासन द्वारा मांगी गई आख्यायें पूर्णता मनगढ़ंत एवं गलत देकर उच्च अधिकारियों एवं शासन को गुमराह किया गया है।
संगठन संयोजक विनोद चौहान ने कहा है की सरकार की अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध कठोर नीति है और यह गुड गवर्नेंस वह भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की बात करती है जबकि इटावा में सार्वजनिक गली को बिना अधिकार के उखाड़ कर ऊंचा करने के मामले में ईओ नगर पालिका परिषद अपनी आख्यानों में एक बार गाली को पूर्व की भांति समतल करने का नोटिस देते हैं फिर दूसरी आख्यानों में ईओ नगर पालिका बोर्ड की मीटिंग के बाद गली के निर्माण की बात करते हैं। इस प्रकार योग नगर पालिका परिषद एक ही समस्या की अलग-अलग आख्यायें देकर पीड़ितों, जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों व शासन को गुमराह कर रहे हैं।
सहसंयोजक दीपक राज ने कहा कि अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका परिषद जो एक लोक सेवक का पद होता है यह पद के दुरुपयोग का भ्रष्ट आचरण है। इसी भ्रष्ट आच रन को लेकर माननीय मुख्यमंत्री जी को जिलाधिकारी द्वारा जन शिकायत भेजी गई है जिसमें एक दूसरे के विरुद्ध तथ्यों की जांच कर दण्डात्मक कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई है। जन शिकायत पत्र देते समय संगठन के अनिल कुमार, धीरेंद्र सिंह यादव, बीके कुलश्रेष्ठ, शिवकुमार शर्मा, शिवानंद पासवान आदि लोग मौजूद रहे।