इटावा। इटावा सी.बी.एस.ई.स्कूल्स एसोसिएशन ने जिलाधिकारी को अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम (आर.टी.ई.) के अन्तर्गत सी.बी.एस.ई.से मान्यता प्राप्त जनपद इटावा के विद्यालयों में आवंटित किये गये बच्चों की सूची की अनियमितता के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र दिया।
इस प्रार्थना पत्र के माध्यम से एसोसियेशन के सभी विद्यालयों ने जिला बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय ने आर.टी.ई.के नियमों की अनदेखी और फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर आवंटित किये गये बच्चों की सूची की जॉच कर पुनः संशोधित सूची जारी करने का जिलाधिकारी से अनुरोध किया है। आर.टी.ई.का उद्देश्य सभी बच्चों को अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा उपलब्ध कराना है। इस अधिनियम के अन्तर्गत अलाभित एवं दुर्बल वर्ग के बच्चों को अपने निवास स्थान से एक किलोमीटर के क्षेत्र में उनकी सरकारी विद्यालयों में शिक्षा देना और यदि उस भौगोलिक स्थिति में सरकारी विद्यालय की अनुपलब्धता होने या सरकारी विद्यालय में सीट उपलब्ध न होने पर अशासकीय या प्राइवेट विद्यालयों में नर्सरी या कक्षा 1 में प्रवेश देकर प्राथमिक शिक्षा उपलब्ध कराना है।जबकि कई लोंगो को जिला बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय द्वारा 10 से 15 किलोमीटर की दूरी तक के बच्चों को फर्जी निवास प्रमाण पत्र, फर्जी आय प्रमाण पत्र के आधार पर और अन्य नियमो को अनदेखा कर विद्यालयों को प्रवेश आवंटन किये गये।इटावा सी.बी.एस.ई. एसोसिएशन ने जिलाधिकारी से इन आवंटन की जॉच कर संशोधित सूची उपलब्ध कराने का आग्रह किया जिससे पात्र बच्चों को अतिशीघ्र प्रवेश दिया जा सके।इस आग्रह पर विचार करते हुये जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित कर इसकी जॉच का आदेश दिया।
इस अवसर पर इटावा सी.बी.एस.ई.एसोसिएशन के अध्यक्ष डा.विवेक यादव,संरक्षक हरिकिशोर तिवारी,उपाध्यक्ष अतिवीर सिंह,सचिव प्रदीप पान्डेय,कोषाध्यक्ष सतीश यादव, उपसचिव शिव किशोर दुबे आदि उपस्थित रहे।