इटावा। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 29 अक्टूबर से 70 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्गों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। जनपद में 70 वर्ष से अधिक आयु के लगभग दो लाख बुजुर्ग हैं, लेकिन अब तक केवल 5885 बुजुर्गों के ही आयुष्मान कार्ड बन पाए हैं। कार्ड बनाने में सबसे बड़ी समस्या आधार कार्ड में मोबाइल नंबर लिंक न होने की आ रही है। हालांकि, जिन बुजुर्गों के कार्ड बन चुके हैं, वे योजना का लाभ उठा रहे हैं।
इस योजना के तहत जिन बुजुर्गों की उम्र आधार कार्ड के अनुसार 70 वर्ष से अधिक है, उनका ही आयुष्मान कार्ड बनेगा, बशर्ते वे किसी अन्य सरकारी स्वास्थ्य सेवा का लाभ न ले रहे हों। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, आधार कार्ड में मोबाइल नंबर लिंक न होने के कारण कई बुजुर्गों का कार्ड बनवाने में परेशानी हो रही है।
सैफई तहसील के उझियानी गांव की बुजुर्ग महिला आर्डिनेटर डॉ. आशीष तिवारी ने बताया कि मोबाइल नंबर लिंक न होने पर आयुष्मान कार्ड बनाने में समस्या उत्पन्न हो रही है। इस कारण विभाग के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बुजुर्गों को आधार कार्ड में मोबाइल नंबर लिंक करने की सलाह दी जा रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में यह समस्या और भी बढ़ रही है, क्योंकि आयुष्मान कार्ड बनाने के समय आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाता है, जिससे बुजुर्गों को दिक्कत हो रही है। विभाग इस समस्या के समाधान के लिए काम कर रहा है, ताकि अधिक से अधिक बुजुर्गों को इस योजना का लाभ मिल सके।