इटावा। तमाम प्रयासों के बावजूद जनपद में माध्यमिक विद्यालयों में अमानक प्रवेश की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। वर्ष 2024-25 शैक्षिक सत्र के दौरान जिले के सात विद्यार्थियों ने दो-दो विद्यालयों से आवेदन फार्म भर दिए थे, जिन्हें संबंधित प्रधानाचार्यों ने स्वीकृति भी प्रदान कर दी थी। परिषद सचिव की क्रॉस चेकिंग के दौरान यह मामला सामने आया और अब इस पर कार्रवाई की जा रही है।
इस मामले के उजागर होने के बाद, जिले के 13 विद्यालयों को डीआईओएस (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण अधिकारी) द्वारा स्पष्टीकरण जारी कर जवाब मांगा गया है। परिषद ने पहले ही स्पष्ट निर्देश दिए थे कि एक छात्र को दो स्थानों से ऑनलाइन आवेदन नहीं करने देना चाहिए, लेकिन इसके बावजूद कुछ परीक्षार्थियों ने यह नियम तोड़ते हुए दो जगह से आवेदन कर दिए।
वर्ष 2024-25 में जिले के 283 माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों द्वारा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के लिए कुल 42,835 आवेदन किए गए थे, जिनमें से 22,307 आवेदन हाईस्कूल और 20,528 आवेदन इंटरमीडिएट के थे। हालांकि, परिषद के निर्देशों की अवहेलना करते हुए कुछ विद्यार्थियों ने एक से अधिक विद्यालयों से आवेदन फार्म भरे, जिससे मामला जटिल हो गया।
डीआईओएस मनोज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि परिषद सचिव की जांच में सात छात्रों का दो जगह से आवेदन पकड़ा गया। इनमें से 13 विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इन विद्यालयों में छात्रों का प्रवेश अब उस विद्यालय में ही मान्य होगा, जहां उनका आवेदन विधिपूर्वक और सही तरीके से भरा गया था।
जिन 13 विद्यालयों से स्पष्टीकरण मांगा गया है, उनमें चौधरी जसवंत सिंह इंटर कॉलेज नगला छोटे भरखना, सुघर सिंह मेमोरियल इंटर कॉलेज सैफई, श्री बलवंत महाराज सिंह इंटर कॉलेज नगला विधि साम्हों, भरवना, एसजीएम इंटर कॉलेज पाली भरधना, राधा कृष्ण इंटर कॉलेज ऊमरसेंड़ा भरधना, श्री लालाराम इंटर कॉलेज खितौरा, श्री चौड़ीनाथ सुघर सिंह यादव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नगला मठिया, आदर्श एमएस किसान इंटर कॉलेज सकरौली, ज्ञान भारती इंटर कॉलेज हरिहरपुरा, एमवीएस इंटर कॉलेज हर्राजपुरा, आदर्श विद्यालय संगावली, मां शारदा इंटर कॉलेज पक्काताल ढकपुरा और संत विवेकानंद मिशन इंटर कॉलेज असरहार शामिल हैं।
अब इन विद्यालयों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि केवल वही आवेदन स्वीकार किए जाएं, जो विधिपूर्वक भरे गए हैं। जिन छात्रों ने दो जगह से आवेदन किया है, उनके आवेदन में से एक को निरस्त किया जाएगा। विद्यालयों में प्रवेश उसी विद्यार्थी का माना जाएगा, जिसका आवेदन सही तरीके से भरा गया हो और सभी नियमों का पालन किया गया हो।