इटावा। अग्निशमन विभाग के कई बार नोटिस देने के बावजूद जिले के 21 निजी अस्पतालों में फायर सिस्टम के इंतजाम पूरे नहीं किए गए हैं, जो अब उन्हें महंगा पड़ेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने इन सभी निजी अस्पतालों को लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की सिफारिश करते हुए सीएमओ को पत्र भेजा है। जल्द ही इन अस्पतालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अग्निशमन अधिकारी सुभाष चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि इन अस्पतालों में फायर सिस्टम के इंतजाम अधूरे पड़े हैं, और विभाग ने कई बार इन अस्पतालों को नोटिस जारी किए थे, लेकिन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब सीएफओ (मुख्य अग्निशमन अधिकारी) के निर्देशों के तहत इन अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा रही है।
इन 21 अस्पतालों में जिनके फायर सिस्टम के इंतजाम अधूरे हैं, उनमें प्रमुख अस्पतालों के नाम शामिल हैं जैसे दयाल मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल, डॉ. के भरत चाइल्ड केयर सेंटर, लाइफ लाइन हॉस्पिटल, चौधरी नर्सिंग होम, आरके स्पेशलिस्ट केयर यूनिट, आरोग्य मेडोकेयर, बांके बिहारी हॉस्पिटल, सम्राट हॉस्पिटल, प्रजा हॉस्पिटल, मंजू हॉस्पिटल, शिवानी हॉस्पिटल, पंजशील हॉस्पिटल, औनी हॉस्पिटल, सागर हॉस्पिटल, न्यू कृष्णा हॉस्पिटल, आशीर्वाद हॉस्पिटल और सेवा हॉस्पिटल आदि शामिल हैं।