इटावा। सोमवार को इटावा के डीवीए सभागार में अपर जिला शासकीय अधिवक्ता योगेंद्र सिंह परिहार के संयोजन में एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में डॉक्टरों ने वकीलों को क्षय रोग (टीबी) के प्रति जागरूक किया और इसके इलाज और रोकथाम के बारे में जानकारी दी।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. शिवचरन हेम्ब्रम और समन्वयक कंचन तिवारी ने बताया कि भारत में क्षय रोग के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। यह रोग गंभीर है, लेकिन समय पर इलाज से इससे बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से इस रोग का पता लगाने के लिए प्रदेशभर में 44 हजार निक्ष्य मित्रों को नियुक्त किया गया है, जो गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं और रोग का शीघ्र पता लगाने में मदद कर रहे हैं।
डॉ. शिवचरन हेम्ब्रम ने बताया कि क्षय रोग के मरीजों को पोषण संबंधी सहायता भी दी जा रही है। सरकार की ओर से साढ़े तीन लाख से अधिक पोषण पोटली बांटी जा रही हैं, जो मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य और इलाज के लिए आवश्यक सामग्री प्रदान करती हैं।
शिविर के दौरान, वकीलों को बताया गया कि अगर किसी व्यक्ति को खांसी, बुखार, वजन घटना, या रात को पसीना आना जैसी समस्याएं होती हैं, तो उसे तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। इस अभियान का उद्देश्य समाज में टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसे समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करना है।