बकेवर। कस्बे के सरकारी अस्पताल में लाखों रुपये कीमत के फिजियोथेरेपी उपकरण ताले में बंद रखे धूल खा रहे हैं, जबकि क्षेत्र के मरीजों को फिजियोथेरेपी सेवाओं के लिए प्रतिदिन जिला मुख्यालय जाना पड़ रहा है। यह समस्या तब और गंभीर हो जाती है जब अस्पताल में फिजियोथेरेपिस्ट की नियुक्ति भी नहीं की गई है।
क्षेत्र के लोगों ने कई बार अस्पताल में फिजियोथेरेपी की सुविधा शुरू करने की मांग की है, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। इसके परिणामस्वरूप, मरीजों को जरूरी उपचार के लिए दूरदराज जाना पड़ रहा है, जिससे उन्हें आर्थिक और शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस अस्पताल में फिजियोथेरेपी उपकरणों की उपलब्धता के बावजूद उचित देखभाल और सेवाओं की कमी के कारण क्षेत्र के मरीज इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। इसके साथ ही, अस्पताल प्रशासन द्वारा फिजियोथेरेपिस्ट की नियुक्ति न करने से यह स्थिति और भी गंभीर हो गई है।