इटावा: उत्तर प्रदेश के महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, लखनऊ, रतनपाल सिंह सुमन ने 16 जनवरी को प्रदेश के सभी सीएमओ और सीएमएस को एक पत्र भेजा था। पत्र में उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की कमी के कारण जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से प्रशासनिक दायित्वों के साथ-साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ), अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ), और उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (यूसीएमओ) को सप्ताह में तीन दिन, दो घंटे का चिकित्सीय कार्य करने के निर्देश दिए थे।
इस निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार से अपनी जिम्मेदारी निभाना शुरू कर दिया। सीएमओ डॉ. गीताराम ने अर्बन पीएचसी तकिया पर मरीजों का इलाज किया, जबकि सीएमएस डॉ. अनिल कुमार और डिप्टी सीएमओ श्रीनिवास यादव ने जिला महिला अस्पताल में मरीजों का इलाज किया। इसी तरह एसीएमओ डॉ. बीएल संजय ने स्थानीय चिकित्सालय और डॉ. शिवचरण ने क्षय क्लीनिक में मरीजों की देखभाल की। डिप्टी सीएमओ डॉ. बलराज ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इकदिल पर जाकर मरीजों को देखा।
इस पहल के तहत हर सप्ताह तीन दिन, दो घंटे का समय निर्धारित किया गया है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपनी विशेषज्ञता के अनुसार ओपीडी में मरीजों का इलाज करेंगे। इसके अलावा, प्रशासनिक कार्यों को भी प्राथमिकता दी जाएगी। यह कदम डॉक्टरों की कमी को दूर करने और आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए उठाया गया है।