मानकों के विपरीत व बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित नर्सिंग होम व अस्पतालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। गुरुवार को जांच टीम शहर के लाइन पार क्षेत्र में पहुंची तो तमाम झोलाछाप अपना-अपना बोरिया बिस्तर लेकर निकल गए। 10 बेड का एक हास्पिटल को सील किया गया।
गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के निजी अस्पताल पंजीकरण के नोडल व डिप्टी सीएम डा. श्रीनिवास व झोलाछाप के नोडल व डिप्टी सीएमओ डा. यतेंद्र राजपूत ने संयुक्त रूप से निजी अस्पतालों के खिलाफ जांच अभियान चलाया।
शहर के लाइन पार क्षेत्र कृष्णा नगर नई मंडी में संयुक्त टीम के पहुंचे से क्षेत्र में खलबली मच गई। कई जगहों पर क्लीनिक संचालित कर रहे झोलाछाप भाग निकले। टीम छापेमारी करते हुए उक्त मुहल्ले में संचालित हो रहे दीप हास्पिटल पर पहुंची तो वहां पर एक कर्मचारी मौजूद मिला, पूछताछ करने पर उसने बताया कि इस हास्पिटल का संचालन विवेक दीप द्वारा किया जा है।
हास्पिटल के अंदर मरीजों को भर्ती करने की 10 बेड व आपरेशन के दौरान उपयोग में लाए जाने वाला आपरेशन थियेटर भी संचालित मिला। टीम को मौके पर कोई भी चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद नहीं मिला। इतना ही नहीं हास्पिटल पंजीकरण से संबंधित कोई भी दस्तावेज मौके पर नहीं पर गए ।
हास्पिटल अवैध तरीके से संचालित होता पाए जाने पर विभाग के टीम के द्वारा दीप हास्पिटल को सील किया गया। डिप्टी सीएमओ डा. श्रीनिवास यादव ने बताया कि सीएमओ के निर्देशन में संयुक्त टीम के द्वारा झोलाछाप व अवैध तरीके से संचालित हो रहे अस्पतालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।
यह अभियान निरंतर जारी रहेगा और जो भी स्वास्थ्य विभाग के मानकों के विपरीत अस्पताल संचालित करते पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई जरूर की जाएगी।