इटावा। इटावा के ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंचायत में बनी गौशाला उत्तर प्रदेश सरकार के आदेशों तक को ताक पर रखकर और ग्राम प्रधान एवं सचिवो के लालच को इतना बड़ा दिया कि दोनो गोशालाओं को अपनी मनमानी तरीके से चला रहे है। जिसके पीछे कई गोवंश बीमार तो कई गौवंश दंदल में रहने को मजबूर, गौशाला की हालत देखकर लगता है सरकार द्वारा बनाई गई गौशालाओं पर कोई जिम्मेदार ही नही है।
प्रधान और सचिव सिर्फ अपनी जेबें भरकर मौज काट कर सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ा रही है, और सारी गौशाला नर्क बनी हुई है । इलाज के लिए समय पर डॉक्टर गौवंशों को इलाज तक नहीं पहुंचते है, ये तो सनातन धर्म का अपमान है गाय को माता की तरह पूजा जाता है और ग्राम के प्रधान और सचिव इनको कोई भी सुविधा देने के लिए तैयार नहीं होते।
जिनके पीछे कई गौवंश दम तोड़ चुके है तो कई बीमार हालत में तड़प रहै है, कई दिनों से गौशाला की सफाई तक प्रधानों ने नहीं कराई है, और सरकार के द्वारा फंड का कृपया गौशाला के लिए आता है उसको आखिर ऐसे लोगों पर कब कार्रवाई की जाएगी|