इटावा| शहर में एक समूह ऐसा भी है जिसने 3 साल से लापता मानसिक रूप से विक्षिप्त युवती को रक्तदाता समूह के सदस्यों ने परिवार से मिलवाया। युवती 3 साल से लखनऊ अनाथ आश्रम में रह रही थी। रक्तदाता समूह के सदस्य देवेश चौहान जी के पास किसी तरह जानकारी आई जिसके बाद रक्तदाता समूह के सदस्य युवती के परिवार को खोजने में लग गए। खोजबीन के बाद पता चला कि मानसिक विक्षिप्त युवती का नाम नीनू है और वह आगरा के बसई अरेला गांव की रहने वाली है|
जिसके बाद रक्तदाता समूह के सदस्यों ने थानाध्यक्ष बसई से संपर्क किया तो वहां गांव के प्रधान से संपर्क हुआ। जिसके बाद युवती की फ़ोटो भेजकर उसके पिता से पहचान करवाई गई। पिता के द्वारा अपनी बेटी को पहचाना गया। पिता ने बताया कि नीनू मानसिक तौर पर अस्वस्थ है और 3 साल पहले लापता हो गई थी। पिता जल्द लखनऊ पहुंचे और अपनी बेटी को पाकर सभी लोगो का आभार प्रकट किया है। इस पूरे कार्य के दौरान शरद तिवारी, धनंजय सिंह, सौरभ परिहार, देवेश चौहान, अर्पित चौहान, सिंटू यादव, अंकित राजावत, जीतू कुशवाह का अहम योगदान रहा।