इटावा।जिले में कुल 1,564 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें से 1,390 केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में और 174 केंद्र शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं। इन केंद्रों पर बच्चों को तंदुरुस्त रखने के लिए नेफेड से पोषाहार वितरित किया जाता है, जिसे लखनऊ से सप्लाई किया जाता है। हालांकि, पिछले तीन महीनों से लखनऊ से पोषाहार की पूरी आपूर्ति नहीं हो पाई, जिसके कारण सिर्फ शहरी क्षेत्रों में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों में ही पोषाहार का वितरण किया जा सका।
नौनिहालों की शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर सरकार द्वारा कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं, लेकिन इन योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। जिले के 1,564 आंगनबाड़ी केंद्रों में से 1,390 केंद्रों में पिछले तीन महीनों से पोषाहार का वितरण नहीं हुआ है। इस वजह से करीब 70,607 नौनिहालों को पोषाहार नहीं मिल पा रहा है, जिससे कुपोषण की समस्या लगातार बढ़ रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित 1,390 आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को पोषाहार नहीं मिलने से उनकी स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। इसका प्रत्यक्ष परिणाम यह हो रहा है कि कुपोषण से प्रभावित बच्चों की संख्या बढ़ रही है, और उनका शारीरिक और मानसिक विकास रुक सा गया है। हालांकि, अफसरों का दावा है कि इस माह 15 से 20 जनवरी के बीच सभी बच्चों को पोषाहार वितरित कर दिया जाएगा, लेकिन इस दौरान कुपोषण से प्रभावित बच्चों की बढ़ती संख्या चिंता का कारण बन रही है।