इटावा। सर्दी के मौसम में सड़क के कुत्तों की तुलना में पालतू कुत्तों के हमले अधिक हो रहे हैं। इसके पीछे मुख्य कारण यह बताया जा रहा है कि ठंड में अधिकतर मादा कुत्ते बच्चे को जन्म देती हैं। जब लोग इन नवजात कुत्तों को पकड़ने की कोशिश करते हैं, तो मादा कुत्ते अपनी संतान को बचाने के लिए हमला कर देती हैं।
बाबा भीमराव आंबेडकर जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि इस मौसम में कुत्तों के काटने के मामलों में इजाफा हुआ है। मरीजों को रैबीज के खतरे से बचने के लिए वैक्सीनेशन की सलाह दी जा रही है।
मानिकपुर रोड निवासी दीपक ने अस्पताल में इलाज के दौरान बताया कि कुत्ते ने उन्हें काट लिया। उन्होंने बताया कि वह कुत्ते को खाना खिला रहे थे, तभी कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया। इसी तरह, अड्डा ऊसंरा निवासी अजय ने भी बताया कि कुत्ता अचानक भौंकने लगा और फिर उन पर हमला कर दिया।
डॉ. अर्चना सिंह ने बताया कि सर्दी के मौसम में कुत्तों के काटने के मामले बढ़ गए हैं। प्रतिदिन 50 से अधिक मरीज कुत्ते के काटने की वजह से अस्पताल में आ रहे हैं। डॉक्टरों ने इस तरह के मामलों में जल्द से जल्द इलाज करवाने और वैक्सीनेशन की सलाह दी है, ताकि रैबीज जैसे खतरनाक रोग से बचा जा सके।