इटावा। प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत अपात्र किसानों को बाहर निकालने की होड़ में जिले के करीब ढाई सौ किसानों की सम्मान निधि रोक दी गई है। इन किसानों को अब लाभ पाने के लिए महीनों से दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
विभाग का दावा है कि इन किसानों ने खुद पोर्टल के माध्यम से अपनी सम्मान निधि का खाता सरेंडर कर दिया है, जबकि किसान इसका विरोध कर रहे हैं और उनका कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी।
अक्तूबर 2024 में जारी पीएम सम्मान निधि की 18वीं किस्त का लाभ जिले के 2.78 लाख किसानों को मिला था। जबकि कृषि विभाग का दावा है कि जिले के 352 किसानों ने स्वेच्छा से अपना सम्मान निधि खाता सरेंडर कर दिया है।
लेकिन किसानों का कहना है कि उन्हें इसके बारे में कोई सूचना नहीं दी गई और अब लगभग 70 फीसदी किसान, यानी कि लगभग 250 किसान, इस प्रक्रिया के कारण अपने अधिकार से वंचित हो गए हैं। इस पूरे मामले ने किसानों में गहरी नाराजगी और असंतोष पैदा कर दिया है, और वे अपने हक के लिए लगातार संबंधित विभाग से गुहार लगा रहे हैं।