इटावा नगर पालिका परिषद द्वारा दुकानों का किराया दोगुना करने का निर्णय व्यापारियों के लिए समस्याएं खड़ी कर सकता है। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अनंत अग्रवाल ने इस निर्णय का कड़ा विरोध किया है और इसे अव्यवहारिक बताया है। उनका कहना है कि नगर पालिका की जितनी भी दुकानें हैं, वे काफी छोटी हैं, और दुकानदार पहले ही दुकान के साइज के हिसाब से अधिक किराया चुका रहे हैं। ऐसे में किराए में दोगुनी वृद्धि व्यापार विरोधी कदम होगा।
अनंत अग्रवाल ने कहा कि यह निर्णय व्यापारियों के लिए न केवल आर्थिक रूप से कठिनाई पैदा करेगा, बल्कि व्यापारिक गतिविधियों को भी प्रभावित करेगा। उन्होंने नगर पालिका परिषद से इस निर्णय को तत्काल वापस लेने की अपील की है। इसके अलावा, उन्होंने सभी सभासदों से भी अनुरोध किया है कि वे अगली बोर्ड बैठक में इस मुद्दे को उठाकर निर्णय को बदलने के लिए दबाव डालें।
विरोध प्रकट करने वालों में प्रमुख रूप से सदाशिव श्रीवास्तव, प्रत्यूष वर्मा, रवि शंकर अग्रवाल, गुरुभेज सिंह भेजा और सुनील जैन शामिल हैं। सभी ने नगर पालिका परिषद के इस निर्णय को व्यापारियों के हित में न मानते हुए इसका विरोध किया और मांग की कि किराए में वृद्धि का यह निर्णय वापस लिया जाए।
व्यापारी वर्ग के अनुसार, दुकानदार पहले से ही विभिन्न खर्चों और कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। ऐसे में किराए की दोगुनी वृद्धि से उनका व्यापार चलाना और भी मुश्किल हो जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम व्यापारियों को परेशान करने वाला साबित हो सकता है और इससे छोटे व्यापारियों को नुकसान हो सकता है।
इटावा नगर पालिका परिषद को अब यह तय करना होगा कि क्या वह इस निर्णय को वापस लेती है या फिर व्यापारियों की परेशानियों को नजरअंदाज करते हुए इसे लागू करती है। व्यापारी वर्ग की मांग है कि नगर पालिका इस मुद्दे पर पुनर्विचार करे और उचित समाधान निकाले।