इटावा,: रेल यातायात में सुधार और इटावा जंक्शन के सुंदरीकरण के लिए केंद्र सरकार ने इसे अमृत भारत योजना में शामिल किया है। इस योजना के तहत रेलवे स्टेशन की सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा और यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सकेगा। इसके अलावा, इटावा जंक्शन को तीन नई सुपरफास्ट ट्रेनों का भी फायदा मिला है, जिनमें आगरा-प्रयागराज वंदे भारत, अमृत भारत एक्सप्रेस और अलीगढ़-कानपुर मेमू एक्सप्रेस शामिल हैं।
इटावा शहर को परिवहन के क्षेत्र में भी बड़ी सौगात मिली है। रोडवेज को 9 नई बसों का बेड़ा मिला है, जिससे शहर में सार्वजनिक परिवहन की सुविधा में सुधार होगा। इससे यात्रियों को यात्रा में अधिक सहूलियत मिलेगी और सड़क यातायात की क्षमता भी बढ़ेगी। इन परिवहन सुविधाओं का सीधा फायदा शहरवासियों को होगा और लंबे समय से चली आ रही परिवहन समस्याओं का समाधान भी हो सकेगा।
हालांकि, इटावा के हवाई पट्टी को हवाई अड्डे में बदलने का कार्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है। इटावा के नागरिकों ने सरकार से यह मांग की है कि हवाई पट्टी को हवाई अड्डे में तब्दील किया जाए ताकि यहां से नियमित उड़ानें शुरू हो सकें। इससे न केवल शहरवासियों को बल्कि व्यवसायियों को भी फायदा होगा और इटावा को एक नए विकास की दिशा मिलेगी।
इटावा जंक्शन के बारे में स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्टेशन भिंड ग्वालियर, बाह वटेश्वर और इटावा मैनपुरी की तीन नई ब्रांच लाइनों से जुड़ने का हकदार है। इन लाइनों के जुड़ने से इटावा को और भी प्रमुख स्थान मिलेगा और यात्री सुविधाओं में भी इजाफा होगा। इसके साथ ही, दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन पर इटावा के प्रमुख स्टेशन के रूप में जंक्शन का दर्जा प्राप्त होने की संभावना बढ़ सकती है, जो यात्रियों के लिए बहुत फायदेमंद होगा।
इटावा शहर के नागरिकों की यह भी मांग है कि देशभर के प्रमुख धार्मिक स्थलों के लिए ट्रेनें चलाई जाएं, जैसे उज्जैन, अजमेर और मथुरा। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यात्रा करने वाले यात्रियों को सुविधाएं मिलेंगी। इसके साथ ही, उत्तराखंड को रेलवे नेटवर्क में जोड़ा जाए, जिससे यात्रियों को एक नई यात्रा सुविधा मिल सकेगी।
इटावा शहर की सभी विकास योजनाओं को लेकर नागरिकों की उम्मीदें बहुत बढ़ गई हैं। यदि इन योजनाओं को समय पर पूरा किया जाता है तो इटावा का समग्र विकास होगा और यह शहर एक प्रमुख व्यापारिक और यातायात केंद्र के रूप में उभर सकता है।