इटावा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की लापरवाही से जानमाल का खतरा बढ़ गया है। प्लेटफार्म नंबर तीन पर उतरने वाले यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर बेधड़क रेलवे लाइन पार करते हैं, जबकि इसके लिए प्लेटफार्म पर लिफ्ट और पेंटल पथ जैसे सुरक्षित रास्ते भी उपलब्ध हैं। बावजूद इसके, यात्री थोड़ी कम दूरी तय करने के लिए शार्टकट रास्ते अपनाने से बाज नहीं आते, जिससे हादसे का खतरा लगातार बना रहता है।
यह खतरनाक स्थिति तब उत्पन्न होती है जब यात्री प्लेटफार्म से उतरने के बाद बिना किसी परवाह के रेलवे लाइन को पार करते हैं। जबकि स्टेशन पर लिफ्ट और पेंटल पथ जैसे सुविधाजनक और सुरक्षित रास्ते उपलब्ध हैं। इस लापरवाही के कारण कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं, लेकिन यात्री अब भी इस खतरे से अनजान होकर शार्टकट अपनाते हैं।
पिछले कुछ दिनों में इस तरह की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है, लेकिन इस पर रोक लगाने वाला कोई नहीं है। रेलवे प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों ने इस मामले में अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिससे इस समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। यदि समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो भविष्य में गंभीर हादसे होने की संभावना है।
स्थानीय लोगों और यात्रियों ने प्रशासन से अपील की है कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लें और प्लेटफार्म पर सुरक्षा के लिहाज से कड़े कदम उठाएं, ताकि यात्रियों की जान जोखिम में न पड़े और रेलवे स्टेशन पर दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आए।