सैफई थाने में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और पुलिस विभाग ने मिलकर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में एनएसएस के छात्रों को उनके अधिकारों और पुलिस व्यवस्था के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में चौधरी चरण सिंह कॉलेज हैंवरा के 10 एनएसएस छात्रों को पुलिस व्यवस्था और आपातकालीन सेवाओं की जानकारी प्रदान की गई। छात्रों को बताया गया कि किस तरह वे समाज में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में योगदान दे सकते हैं। एनएसएस के “नॉट मी बट यू” (Not Me But You) थीम के तहत समाज सेवा के महत्व को भी समझाया गया, जो छात्रों को सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रेरित करता है।
इस दौरान, छात्रों को आपातकालीन सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी गई, जिसमें 112 (पुलिस आपातकालीन नंबर), 1090 (महिला सुरक्षा हेल्पलाइन), और बाल विकास से जुड़ी हेल्पलाइन सेवाओं के बारे में बताया गया। छात्रों ने यह भी जाना कि किस तरह ये सेवाएं समाज में सुरक्षा और सहायता प्रदान करती हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, सतपाल ने छात्रों को भारतीय दंड संहिता (IPC) के प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस और समाज के बीच सहयोग से ही समाज में शांति बनाए रखी जा सकती है।
छात्रों ने थाने में पुलिस अधिकारियों के साथ संवाद किया और यह समझा कि समाज में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में पुलिस की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है। इस कार्यक्रम से छात्रों को जागरूकता मिली और वे समाज में एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित हुए।