ताखा। कस्वा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में छुट्टा गोवंशों की बढ़ती संख्या यातायात के लिए गंभीर समस्या बन गई है। यह गोवंश सड़कों पर बिना किसी रोक-टोक के विचरण करते हैं, जिससे हादसे की आशंका बढ़ गई है। वहीं, इन छुट्टे गोवंशों द्वारा किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है, खासकर गेहूं, सरसों और आलू की फसलें सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं।
कस्वा ऊसराहार के आसपास के गांवों के किसान जैसे नगला लछी, भरतपुर खुर्द, मोहरी, टिपटिया व आनंदपुर के किसान अपनी परेशानियों का जिक्र करते हुए कहते हैं कि छुट्टा गोवंशों के कारण उनकी महीनों की मेहनत बर्बाद हो रही है। कई किसानों ने अपने खेतों के चारों ओर तारबंदी भी की है, लेकिन यह उपाय सभी के लिए संभव नहीं है और कुछ किसानों के लिए तो यह वित्तीय दृष्टिकोण से भी कठिन है।
कस्बे के निवासी बबलू, अजयपाल, राकेश, श्यामसिंह, दयाराम, मुलायम सिंह आदि का कहना है कि इस समस्या का समाधान तभी संभव है जब इन छुट्टे गोवंशों को गोशाला में सुरक्षित तरीके से पहुंचाया जाए।